विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध ,संदेश, महत्वा, के बारे में ,10 वाक्य, पर्यावरण का सुरक्षा पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध, 300 वर्ड का निबंध | World Environment day essay, 10 Lines, Importance of Environment, Pritection Of Environment

हमारे आसपास चारों तरफ वातावरण में एक प्राकृतिक आवरण फैला हुआ है जिसके कारण ही हम सफलतापूर्वक जीवन जी पाते हैं और यही प्राकृतिक आवरण पर्यावरण के नाम से जाना जाता है। पर्यावरण ही जीवन का कारण है और इससे ही हर संसाधन उपलब्ध होते हैं। प्रत्येक सजीव प्राणी को जीने के लिए पर्यावरण के सबसे अधिक आवश्यकता होती है। पर्यावरण हमें वायु , जल , धरती , आकाश एवं अनुकूल वातावरण उपहार स्वरूप भेंट में प्रदान किया है । पर्यावरण द्वारा दिए गए इस उपहार का प्रत्येक जीवन धारी भरपूर उपयोग करता है। लेकिन आज के आधुनिक दौर में धीरे-धीरे हमारा पर्यावरण प्रदूषित होते जा रहा है । हमारा देश इतना विकास कर चुका है लेकिन आज भी हमारा पर्यावरण पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है । इस लेख में पर्यावरण दिवस पर निबंध जुड़े हैं जिसके माध्यम से हम पर्यावरण के महत्व को समझने का प्रयास करेंगे।
विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध 300 शब्द
प्रस्तावना :
पर्यावरण जीवन का सबसे बड़ा प्राकृतिक संसाधन हमें उपलब्ध करवाता है । चारों ओर से हम पर्यावरण से घिरे हुए हैं। यह हमें बढ़ने एवं हमारे विकास में सहयोग देता है। पर्यावरण हमें वह सब कुछ प्रदान करवाता है जिसके बिना जीवन संभव नहीं है । वायु, प्रकाश ,जल एवं जीवन के लिए प्रत्येक आवश्यक संसाधन हमें पर्यावरण से ही प्राप्त होते हैं । लेकिन इसके प्रतिकार में पर्यावरण हमसे भी सहायता की अपेक्षा रखता है । जिसके माध्यम से हमारा ही पालन पोषण अच्छी तरीके से हो सके और जीवन कभी भी नष्ट ना हो सके। बढ़ती तकनीकों के कारण प्रत्येक दिन प्रकृति तत्व का को अस्वीकार किया जा रहा है और पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है।
विश्व पर्यावरण दिवस :
पृथ्वी पर जीवन की संभावना को बनाए रखने के लिए सबसे अधिक आवश्यक है की पर्यावरणीय वास्तविकता को बनाए रखा जाए। पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन मौजूद है । वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के लिए ही हर साल की 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जा रहा है । इस दिन लोगों में पर्यावरण सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाने के लिए कई तरह की गतिविधियां की जाती है। इसके साथ ही साथ पर्यावरण स्वच्छता के लिए भी इस दिवस को दुनिया भर में मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस पर कई तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं। और इन समारोह में लोगों को पर्यावरण सुरक्षा के लिए जागरूक किया जाता है। इन गतिविधियों के द्वारा यह बताया जाता है कि हमारी किन बुरी आदतों के कारण पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है और कोशिश की जाती है कि ऐसी आदतों को छोड़ा जा सके जिससे हमारे पर्यावरण को हानि पहुंचती हो।
पर्यावरण सुरक्षा के लिए किए जाने वाले उपाय :
पृथ्वी पर निवास करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण सुरक्षा के लिए अपना दायित्व निभाने की आवश्यकता है। यदि प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण की सुरक्षा के लिए छोटा सा भी कदम उठाता है तो बहुत ही सरल तरीके से पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके लिए यह आवश्यक है कि जो तत्व पर्यावरण को हानि पहुँचाते हैं उन्हें वहीं फेंका या नष्ट किया जाए जहाँ उसका निर्धारित स्थान है। इसके अतिरिक्त प्लास्टिक के उपयोग पर भी रोक लगाने की आवश्यकता है। पुरानी बेकार वस्तुओं को फेंकने के बजाए उन्हें नए तरह से उपयोग करके भी पर्यावरण सुरक्षा में भूमिका निभाई जा सकती है।
उपसंहार :
यदि प्रत्येक मानव पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझ कर पर्यावरण सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाता है तो पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोका जा सकता है। इसके लिए कुछ बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है जैसे पानी की बर्बादी न करें, ऊर्जा एवं बिजली की बचत करें। प्रतिदीप्त प्रकाश को निर्मित करें। इसके अतिरिक्त अन्य कई ऐसे छोटे छोटे कदम हैं जिनके माध्यम से पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकता है।
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प्रस्तावना :
हमारे आसपास पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, सजीव और निर्जीव सभी को सम्मिलित रूप से पर्यावरण कहा जाता है। इसमें पेड़-पौधों की एक खास और महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि हम सभी के जीवन का आधार यही हैं। पर्यावरण के प्रति जागरूकता को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण दिवस (Environment Day) प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है।
Environment Day का महत्व :
हमारा पर्यावरण हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है क्योंकि इसके बिना हमारे अस्तित्व की कल्पना करना असंभव है। पर्यावरण को बचाए रखने के लिए प्रत्येक वर्ष Environment Day का मनाया जाना पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक बेहतरीन विकल्प माना गया है। इसलिए आज के समय में इसका विशेष महत्व है।
Environment Day का उद्देश्य :
Environment Day केवल उत्साह के लिए ही नहीं बल्कि लोगों को पर्यावरण के प्रति कई महत्वपूर्ण सीख और जानकारी देने के लिए भी मनाया जाता है। Environment Day मनाने का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और सकारात्मक विचारों का समावेश करना है। इसका मुख्य उद्देश्य हमारे आने वाली पीढ़ी और उनके भविष्य को सुरक्षित रखना भी है। Environment Day आज के समय में 100 से भी अधिक देशों में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
Environment Day का इतिहास :
मानव पर्यावरण के संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के मौके पर 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने प्रत्येक वर्ष 5 जून को Environment Day मनाने की घोषणा की। 5 जून 1973 ईस्वी में सर्वप्रथम Environment Day मनाया गया। इसके बाद से हर वर्ष संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जो वार्षिक विषय घोषित किए जाते हैं, उसी के आधार पर इसके कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है। यूएनडीपी यानी कि संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा ही Environment Day का संचालन किया जाता है।
Environment Day में होने वाली गतिविधियां :
Environment Day प्रत्येक वर्ष 5 जून को विद्यालयों और शहरों के साथ-साथ आसपास के मोहल्ले में भी उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसमें कई प्रकार की गतिविधियां होती हैं। Environment Day लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने में मदद करता है। Environment Day के उपलक्ष्य में वृक्षारोपण भी किए जाते हैं। इस दिन विद्यालयों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें निबंध लेखन, भाषण, नाटक, रैंप वॉक, क्विज, चित्रकला आदि करवाए जाते हैं। बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए प्रतियोगिताओं में जीतने वालों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसके साथ ही झांकियां भी निकाली जाती हैं, जिसमें बच्चे पेड़-पौधों की तरह हरे-भरे कपड़े पहन कर तैयार होते हैं। इसके अलावा Environment Day पर बैनर प्रदर्शन और कई सेमिनार का भी आयोजन किया जाता है।
उपसंहार :
मनुष्य के विभिन्न गतिविधियों के कारण हमारा पर्यावरण दिन प्रतिदिन प्रदूषित होता जा रहा है। हमारे साथ-साथ हमारे आने वाली पीढ़ी के बेहतर भविष्य के लिए हमारा यह कर्तव्य है कि हम पर्यावरण को सुरक्षित रखें और हमारे आने वाली पीढ़ी को भविष्य में पर्यावरण से संबंधित समस्याओं से बचाने में अपनी भूमिका अदा करें। Environment Day के मौके पर हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में पर्यावरणीय समस्याओं का सामना न करना पड़े।
Paryavaran diwas par nibandh [800 words]
प्रस्तावना:
हम चारों तरफ से आवरण से घिरे रहते हैं उस प्राकृतिक तत्व को पर्यावरण कहा जाता है। यह प्राकृति तत्व ही जीवन की संभावना का निर्माण करता है। इसमें हवा,पानी,धरती,आकाश,प्रकाश,पेड़,पशु,पक्षी सभी सम्मिलित हो जाते हैं। पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन की संभावना है और इसी जीवन के अस्तित्व को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण अति आवश्यक हो जाता है। प्रत्येक वर्ष 5 जून को पूरा विश्व पर्यावरण दिवस मनाता है । यह पर्यावरण के संरक्षण हेतु एक अभियान है।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले तत्वों को रोकने का संकल्प लिया जाता है। पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत इस उद्देश्य के साथ की गई थी कि वातावरण की स्थितियों पर इस दौरान ध्यान केंद्रित किया जा सकेगा और भविष्य में भी पृथ्वी पर सुरक्षित जीवन की सुनिश्चित किया जा सकेगा। पर्यावरण दिवस का उद्देश्य प्राणियों में सकारात्मक बदलाव लाना है और पर्यावरण की रक्षा के लिए उन्हें प्रेरित करना है।
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास:
प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। सन 1972 में मानव पर्यावरण के संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस की घोषणा की गई थी। लेकिन इस अभियान की शुरुआत 5 जून सन 1973 से हुई और पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून सन 1973 को मनाया गया। इसके बाद से यह सिलसिला प्रत्येक वर्ष चलता रहा है ।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं । इन कार्यक्रमों में पर्यावरण से संबंधित विषयों पर चर्चा होती है और कई सारी गतिविधियां भी शामिल होती हैं । वातावरण की सुरक्षा हेतु दुनिया भर के लोगों को सकारात्मक गतिविधियों के लिए पर उत्साहित और जागरूक करने का यह सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन 100 से भी ज्यादा राष्ट्रों के लोगों तक पहुंचने के लिए बड़ी वैश्विक मंच का भी निर्माण किया गया है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर होने वाली गतिविधियाँ :
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमारे देश में पर्यावरण सुरक्षा जागरूकता के लिए कई तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है । विशेष तौर पर यह कार्यक्रम स्कूल एवं कॉलेजों में आयोजित किए जाते हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक बनाने का प्रयास किया जाता है। अध्यापक इस दौरान कुछ प्रभावी गतिविधियों का आयोजन करने की योजना बनाते हैं।
इनमें निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता ,शिक्षा विषय चर्चा, वाद विवाद प्रतियोगिता , स्लोगन प्रतियोगिता, बैनर प्रदर्शन सेमिनार, संगोष्ठी, चित्रकला प्रतियोगिता , संबंधित विषय पर व्याख्यान, कथन लेखन प्रतियोगिता, लेखन प्रतियोगिता, कविता लेखन प्रतियोगिता जैसे कई अन्य गतिविधियां शामिल होती हैं। इन के माध्यम से विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को पर्यावरण सुरक्षा के लिए जागरूक करने का प्रयास किया जाता है।
हमारे जीवन में पर्यावरण का महत्व :
हमारे जीवन के लिए पर्यावरण बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण है। पेड़ ,पौधे एवं यह सारी प्रकृति हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। प्रकृति के बिना मानव जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है । जल, धरती, वायु, अग्नि, आकाश इन्हीं पांचों तत्वों से मिलकर मानव जीवन निर्मित होता है। और जीवन समाप्त होने पर शरीर इन्हीं पांचों तत्व में विलीन हो जाता है। हमारा पूरा अस्तित्व पर्यावरण से ही है। जीवन के लिए पर्यावरण सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि पृथ्वी पर यदि जीवन संभव है तो यह संभावना पर्यावरण से ही निश्चित होती है।
प्रत्येक मनुष्य, जीव ,जंतु, वनस्पति, जलवायुज़ मौसम सबकुछ पर्यावरण के अंतर्गत आते हैं। पर्यावरण केवल जलवायु को संतुलित रखने का ही नहीं बल्कि जीवन के सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने का कार्य भी करता है। धरती पर जीवन का पालन एवं पोषण करने के लिए प्रकृति ने पर्यावरण का अनमोल उपहार हम सभी को भेंट स्वरूप दिया है। इस धरती पर स्वस्थ जीवन के अस्तित्व को बरकरार रखने में पर्यावरण एक अहम भूमिका निभाता है।
पर्यावरण पर मानव प्रभाव :
उद्योगों से निकलने वाला प्रदूषित धुआ एवं जहरीले पदार्थ प्रदूषण को जन्म देते हैं जिस कारण जलवायु के साथ ही साथ पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। लगातार कटते हुए जंगल के कारण मिट्टी भी प्रदूषित हो रही है और यह समस्या किसी गांव या शहर तक नहीं बल्कि पूरे विश्व तक फैल चुकी है। पर्यावरण पर जो मानव प्रभाव पड़ रहे हैं उनमें सबसे प्रमुख ग्लोबल वार्मिंग है। मानव ने विकास एवं औद्योगि करण के नाम पर पर्यावरण को इस हद तक प्रदूषित कर दिया है कि आज यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है । लगातार हो रही जनसंख्या वृद्धि , पेड़ों की कटाई ज़जैव विविधता एवं प्राकृतिक संसाधनों को पहुंचाए जाने वाला नुकसान एवं अन्य मानवीय गतिविधियां पर्यावरण को निरंतर क्षति पहुंचा रहे हैं।
पर्यावरण संरक्षण के उपाय :
मानव जीवन का भविष्य सुखद एवं सुरक्षित रहना है तो पर्यावरण का संरक्षण करना अधिक महत्वपूर्ण हो चुका है। इसके लिए उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित धुएँ एवं पदार्थओं का सही तरह से निस्तारण करना आवश्यक है। पर्यावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का संकल्प करना आज के समय में अति आवश्यक हो चुका है । प्लास्टिक के प्रयोग को बंद करना एवं प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करके पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है एवं लोगों के लिए जागरूक भी करना जरूरी हो गया है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए पर्यावरण की सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। अधिक से अधिक संख्या में वृक्ष लगाने होंगे एवं पेड़ों की कटाई पर रोक लगाना अति आवश्यक है। पर्यावरण के महत्व को समझाने एवं इसकी प्रति जागरूकता का विस्तार करने के लिए ही हर वर्ष 5 जून से लेकर 16 जून तक विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया जाता है। और इस अवसर पर कई तरह के जागरूकता अभियान भी आयोजित किए जाते।
निष्कर्ष :
पर्यावरण सुरक्षा के लिए या अति आवश्यक है कि देश में पर्यावरण के अनुकूल विकास को ही आगे बढ़ाया जाए । पर्यावरण प्रत्येक मानव का एक माँ की तरह पोषण करता है एवं मानसिक सुख शांति भी प्रदान करता है। इसीलिए प्रत्येक मानव को पर्यावरण रक्षा के लिए प्रतिक्षण तैयार रहने की आवश्यकता है । हमारा जीवन पर्यावरण पर ही निर्भर है और इसे बनाए रखने के लिए पर्यावरण की वास्तविकता को बनाए रखना बहुत ही जरूरी है। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करवाने की जिम्मेदारी प्रत्येक मनुष्य की है और इस जिम्मेदारी को हमें अपना कर्तव्य समझ करके निभाना होगा । समय रहते ही हमें यह संकल्प लेना होगा कि अपने घर, गांव, शहर में मिलकर के अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाएंगे । वृक्षों को काटने से रोकने के लिए भी पूर्ण प्रयास करेंगे। यदि मानव जीवन का भविष्य बचाना है तो पर्यावरण को बचाना अति आवश्यक है।
FAQs
Q.विश्व पर्यावरण दिवस प्रति वर्ष कब मनाया जाता है?
Ans: विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है।
Q.प्रथम विश्व पर्यावरण दिवस किस वर्ष में मनाया गया था।
Ans: प्रथम विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून सन 1974 में आयोजित हुआ था।
Q.पहला विश्व पर्यावरण सम्मेलन किस स्थान पर आयोजित हुआ था?
Ans: प्रथम विश्व पर्यावरण सम्मेलन स्टॉकहोम स्वीडन में इंटरनेशनल लेवल पर आयोजित किया गया था।
Q.विश्व पर्यावरण दिवस का संचालन किसके द्वारा किया जाता है?
Ans: संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के द्वारा ही विश्व पर्यावरण दिवस का संचालन किया जाता हैं।
Q.यूएनईपी का मुख्यालय कहा स्थित है?
Ans: यूएनईपी का मुख्यालय केन्या तथा नैरोबी में स्थित है।
Q.इस कार्यक्रम के शुरुवात कब हुई थी?
Ans: इस कार्यक्रम के शुरुवात साल 1973 में हुई थी।
विश्व पर्यावरण दिवस 2022 थीम
2021 के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘Invest in our planet’ (हमारे ग्रह में निवेश करें) है। इस थीम का उदेश्हय है में”हमारे स्वास्थ्य, हमारे परिवारों, हमारी आजीविका की रक्षा करने के लिए एकजुट होकर इस ग्रह में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करना है”, क्योंकि हरा-भरा भविष्य एक समृद्ध भविष्य है।
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bahut hi accha likha hain thanks
धन्यवाद सर् जी