मानव शरीर के अंगों के नाम , उनके कार्य, Sense Organs और उनके कार्य (Human Body Parts Name in Hindi & English)
ईश्वर ने हम सभी को एक शरीर प्रदान किया है और हमारे लिये इस शरीर संबंधित सभी हिस्सों का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है। विशेषकर बच्चों को मानव शरीर के सभी भागों के बारे में पता होना चाहिए।
दोस्तों, आज हम आपको मानव शरीर के अंगों के नामों के बारे में बतायेंगे कि हमारे शरीर के अंगों को किस नाम से जाना जाता है (names of body parts) और उनका हमारे शरीर में क्या काम होता है।
मानव शरीर विभिन्न अंगो से मिलकर बना है। ये सभी महत्वपूर्ण अंग मनुष्य के जीवन में अलग-अलग रूप में एक विशेष प्रकार की भूमिका निभाते हैं। आज इस लेख में हम names of body parts in hindi के बारे में जानकारी देंगे।
हमारे शरीर के सभी अंग महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि हमारे पास पैर नहीं हैं, तो हम कैसे चलेंगे? जब मुँह नहीं होगा तो हम पानी कैसे पिएंगे? खाना कैसे खायेंगे? इसी तरह जब नाक ही नहीं होगी तो हम साँस कैसे लेंगे?
सुबह सोकर उठने से लेकर रात को सोते समय तक हम अपने शरीर के सभी हिस्सों का अलग-अलग तरीकों से उपयोग करते हैं। सुबह उठते ही जब हम अपनी आँखें खोलते हैं और जब सूरज की किरणें हमारी आँखों पर पड़ती हैं तब हमें एहसास होता है कि यह सुबह है। इसी तरह जब हम कुछ सुनते हैं तो हम इसके लिए अपने कानों का उपयोग करते हैं।
इसी तरह हम अपने दैनिक जीवन में शरीर के भिन्न – भिन्न भागों का उपयोग विभिन्न कार्यों में करते हैं।
मानव शरीर अनेक अंगों से जुड़कर तैयार होता है। इन अंगों को दो भागों में divide किया गया है। पहला बाहरी अंग (external part), जिसे देखा जा सकता है और दूसरा आंतरिक अंग (internal part) जिसे हम देख नही सकते हैं, परन्तु हमारे शरीर के अंदर होते हैं।
Human Body Parts Name in Hindi & English

English | Hindi |
Eyebrow | भौं |
Eyes | आँखे |
Tongue | जीभ |
Mouth | मुँह |
Lips | होंठ |
Nose | नाक |
Cheek | गाल |
Ear | कान |
Teeth | दाँत |
Neck | गर्दन |
Hair | बाल |
Face | चेहरा |
Head | सिर |
Forehead | माथा |
Brain | मस्तिष्क |
Eyelid | पलक |
Shoulder | कन्धा |
Back | पीठ |
Waist | कमर |
Stomach | पेट |
Throat | गला |
Leg | टाँग |
Skin | त्वचा |
Knee | घुटना |
Foot | पैर |
Hand | हाथ |
Beard | दाढ़ी |
Skull | खोपड़ी |
Mustache | मूँछ |
Wrist | कलाई |
Larynx | कंठ |
Fingers | उँगली |
Thumb | अंगूठा |
Little Finger | छोटी उँगली |
Ring Finger | अनामिका |
Index Finger | तर्जनी |
Middle finger | बीच की उँगली |
Sole | तलवा |
Palm | हथेली |
Palate | तालू |
Nail | नाख़ून |
Bone | हड्डी |
Belly | पेट |
Calf | पिंडली |
Hip | कुल्हा |
Blood | रक्त |
Fist | मुट्ठी |
Nerve | नस |
Navel | नाभी |
Elbow | कोहनी |
Breast | स्तन |
Nipple | स्तन का अगला भाग |
Saliva | लार |
Heart | हृदय |
Uterus | गर्भाशय |
Toe | पैर के उंगली |
Thigh | जांघ |
Chest | छाती |
Jaw | जबड़ा |
Spine | रीढ़ |
Temple | कनपटी |
Spleen | तिल्ली |
Body | शरीर |
Artery | धमनी |
Paw | पंजा |
Rib | पसली |
Nostril | नथुना |
Pulse | नाड़ी |
Trachea | स्वास नली |
Muscles | मांसपेशी |
Molar teeth | दाढ़ |
Lung | फेफड़ा |
Liver | जिगर |
Kidney | गुर्दा |
Joint | जोड़ |
Arm | भुजा |
Intestine | आँत |
Small intestine | छोटी आँत |
Large intestine | बड़ी आँत |
Heel | एड़ी |
Eyelash | बरौनी |
Eyeball | नेत्र गोलक |
Embryo | भ्रूण |
Armpit | बगल |
Ankle | टखना |
Chin | ठुड्डी |
Eardrum | कान का पर्दा |
Trunk | धड़ |
Womb | कोख |
Butt | चूतड़ |
Lap | गोद |
Penis | लिंग |
Vagina | योनि |
Anus | गुदा |
Smiley Face | हंसमुख चेहरा |
Paw | पंजा |
Rib | पसली |
Bile | पित्त |
Spleen | तिल्ली |
Urinary Bladder | मूत्राशय |
मानव शरीर के आंतरिक अंगों के नाम:
Thyroid | थाइरोइड |
Thymus | बाल्यग्रन्थि |
Liver | जिगर |
Stomach | आमाशय |
Pancreas | अग्न्याशय |
Intestine | आँत |
Large intestine | बड़ी आँत |
Small intestine | छोटी आँत |
Lung | फेफड़ा |
Heart | हृदय, दिल |
Kidney | गुर्दा |
Bladder | मूत्राशय |
Reproductive System | प्रजनन अंग |
Brain | दिमाग |
Name of Sense Organs:
मानव शरीर में कुछ अंग ऐसे होते हैं जो हमारे शरीर को अलग-अलग प्रकार की जानकारी atmosphere से ग्रहण करके देते हैं।
हमारे शरीर में ये 5 sense organs है –
आँख, नाक, कान, त्वचा और जीभ।
प्रत्येक अंग किसी एक प्रमुख कार्य के लिए होते हैं।
1. स्किन (SKIN)- यहस्पर्शग्रही अंग है। त्वचा को स्पर्श इन्द्रिय या सपर्श ग्राही भी कहा जाता है। स्पर्श करके या छू करके हम वस्तुओं के आकार-प्रकार, कठोरता-कोमलता को feel कर पाते हैं।
2. नेत्र (EYES)- यह प्रकाशग्राही अंग है और आँख एक important अंग हैं, जिसके द्वारा हम वस्तुओं को देख पाते हैं।
3. नासिका (NOSE) – यह घ्राणग्राही अंग है। हमारे आस – पास के वातावरण में फैले कोई भी गंध (खुशबू या फिर बदबू) का पता हमें नाक से ही चलता है।
4. कान (EARS) – यह ध्वनिग्राही अंग है। कान किसी भी तरह की sound को सुनने का काम करता है।
5. जिह्वा (TONGUE) – यह स्वादग्राही अंग है। जिह्वा अर्थात् जीभ किसी चीज का taste का पता लगाने का काम करता है।
शरीर के कुछ मुख्य अंगों के नाम और उनके कार्य
1. आँखें (EYES)
आँखें तो सभी living beings की होती हैं, लेकिन इन्सान में इसका अलग ही importance है। शरीर का सबसे ज्यादा कोमल और delicate अंग आँखें होती हैं, इसलिए इनकी सुरक्षा बहुत ही जरूरी है। आँखों का काम सिर्फ देखना और देखे हुए message को brain तक पहुँचाना होता है तथा शरीर की खूबसूरती में भी ये सहायक हैं।
2. भौंह (EYE BROWS)
आँखों के ऊपर की हड्डी में बाल या रोंये होते हैं जो धूल और पसीने से आंखों को बचाने का काम करती है जिसे eyebrows कहते हैं।
3. नाक (NOSE)
नाक सभी प्राणी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। इसी के सहारे वह oxygen (प्राण-वायु) को खींचता और अशुद्ध वायु (carbon dioxide) को बाहर फैंकता है अर्थात breathing करता है। नाक से ही हम सुगंध से और दुर्गंध को experience करते है।
4.कान (EARS)
कान ऐसा अंग है जो ध्वनि का पता लगाता है, यह सिर्फ ध्वनि के लिए एक receiver के रूप में ही कार्य नहीं करता है, बल्कि शरीर के balance में भी एक प्रमुख भूमिका निभाता है।
5. मुँह (MOUTH)
बोलने और भोजन करने का काम मुँह द्वारा होता है। यह प्राणियों के दाँतों पर सुरक्षा कवच की तरह काम करती है। लार मुंह में भोजन के pieces को तोड़ने में मदद करती है जिससे खाने को digest होने में आसानी होती है। लार की कमी से भोजन निगलना मुश्किल हो जाता है और पाचन क्रिया प्रभावित होतीहै।
6. जीभ (TONGUE)
भोजन और liquid eatables का स्वाद जीभ द्वारा ही पता चलता है। जीभ से हम आसानी से भोजन को चबाने और निगलने के कार्य को कर सकते है और इस से स्वाद को experience किया जाता है। इसके अलावा जीभ का दूसरा कार्य है voice को control करना।
7. दाँत (TEETH)
दाँत, भोजन को तोड़ने, चबाने आदि के काम आते हैं। दाँतों की जड़ें मसूड़ों से ढ़की होतीं हैं।
दाँतों का कार्य भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ो में करना है। जो जानवर मांस खाते हैं, वे शिकार करने एवं खुद की रक्षा करने के लिये दाँतों का उपयोग करते हैं।
8. गर्दन (NECK)
प्राणियों के धड़ और सिर के बीच का अंग गर्दन कहलाता है। यह सर और तन का मध्य हिस्सा है जो सिर को ईधर-उधर घुमाने का कार्य करता है।
9. हाथ (HAND)
हाथ मानव शरीर में कंधे से उँगलियों तक का वह अंग है, जिससे अधिकतर काम किये जाते हैं। खाने, किसी वस्तु को पकड़ने, किसी चीज का आदान प्रदान करने का कार्य हाथ करता है।
10. पैर (LEG)
पैर या पाँव प्राणी के शरीर की टाँग के अंत पर स्थित अंग होता है। पैर का तलुआ धरती के साथ लगकर प्राणी का वजन उठाने और उसके चलने में सहायक होता है।
11. हृदय (HEART)
यह छाती के मध्य में, थोड़ी सी बाईं ओर स्थित होता है। यह खून को साफ करना और शरीर के सभी अंगों तक खून की supply करने का कार्य करता है।
यह एक मिनट में 60-90 बार धड़कता है और हर धड़कन के साथ शरीर में रक्त को पम्प करता है। हृदय को पोषण एवं oxygen, रक्त के माध्यम से मिलता है।
12. फेफड़ा (LUNGS)
वायु में सांस लेने वाले living beings का मुख्य साँस लेने का अंग फेफड़ा होता है। यह प्राणियों में एक pair के रूप मे present होता है। फेफड़े वायु में से oxygen gas को अंदर लेते हैं तथा carbon dioxide gas को शरीर से बाहर छोड़ते हैं।
13. धमनी (ARTERY)
यह heart हसे साफ हुए blood को पूरे शरीर के अंगों तक पहुँचाने का कार्य करती है।
14. शिराएं (VEINS)
शरीर के सब parts से carbon dioxide युक्त blood को heart तक लाने का काम करती है। इनको नसे भी कहते हैं।
15. हड्डी (BONES)
हड्डी के बिना मनुष्य का शरीर इतना सुंदर नहीं होता सिर्फ माँस के ढाचे बन कर रह जाता।
हड्डियाँ शरीर को चलाने, support देने तथा शरीर के विभिन्न अंगों की रक्षा करने मे सहायता करती हैं और इसके आलावा हड्डी red और white blood cells का निर्माण करने और mineral salts के storage का काम भी करती हैं।
16. आमाशय (STOMACH)
भोजन के पाचन में सहायता के लिए protein- digestive enzyme और तेज़ acids को secrete करती है।
17. गुर्दा (KIDNEY)
इसका मुख्य कार्य शरीर से waste एवं liquid पदार्थो को urine के माध्यम से शरीर से बहार निकालना है। इसका काम किडनी से उन hormone को निकालना भी है जो हमारे शरीर के अन्य अंगों को कार्य करने में मदद करते हैं।
18. छोटी आँत (SMALL INTESTINE)
छोटी आँत वह अंग है जहां भोजन से पोषक तत्वों का maximum absorption होता है। यह पेट और बड़ी आंत के मध्य स्थित है। यह मानव पाचन तंत्र का एक महत्वपूर्ण भाग है। भोजन का सबसे अधिक पाचन और absorption यहीं पर होता है। इसकी लंबाई लगभग 18 फीट (6.5 मीटर) होती है और पेट में फिट होने के लिए कई बार मुड़ी हुई होती है। यह बड़ी आँत से लंबी होती है, परन्तु इसका diameter कम होने के कारण इसे छोटी आँत कहा जाता है।
19. बड़ी आँत (LARGE INTESTINE)
बड़ी आँत की कुल लंबाई 1.5 मीटर होती है। छोटी आँत से मोटाई में अधिक होने के कारण ही इसे बड़ी आँत कहते हैं। इसका मुख्य कार्य जल एवं कुछ salts का breakdown करना है। इसका अंतिम भाग rectum कहलाता है जहाँ indigest particles मल के रूप में एकत्रित हो जाता है और anus इसे excrete हो जाते है।
20. गुदा (ANUS)
इसका कार्य शरीर से मल निकालने का कंट्रोल करना है।
FAQ :
Q. संवेदी अंग (Sence Organ) किसे कहते हैं?
Ans.मानव शरीर में 5 इंद्रिय अंग होते हैं जिनके नाम आंख (eyes),कान (ears), नाक (nose),जीभ (tongue) और त्वचा (skin) हैं। ये सभी संवेदी अंग हैं।
Q. Human body का सबसे बड़ा अंग कौन सा है?
Ans.Human body का सबसे बड़ा अंग त्वचा (skin) है।
Q. Human body में कुल कितनी हड्डियाँ हैं?
Ans.Human body में कुल 206 हड्डियाँ (bones) हैं।
Q. इंग्लिश में शरीर को क्या बोलते हैं?
Ans. Body
Q. कमर को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
Ans.कमर को इंग्लिश में waist कहते हैं।
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Conclusion
इस आर्टिकल में Body Parts Name in Hindi And English (शरीर के अंगों के नाम हिंदी और इंग्लिश में) शेयर किया गया है। साथ ही External and Internal body parts name और ज्ञानेंद्रियों की जानकारी भी दी गयी है। हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल से आपको कुछ लाभ अवश्य ही होगा।
अनेक अन्य कार्य भी हैं, जिनके लिए हम अपने शरीर के हिस्सों का उपयोग करते हैं। हम अपने ही शरीर की रक्षा के लिए भी अपने शरीर का उपयोग करते हैं।
मनुष्य का शरीर कई छोटे एवं बड़े अंगो से मिलकर बना हुआ है। मानव शरीर में मौजूद सभी अंग अपने अपने स्थान पर विशेष प्रकार से कोई न कोई कार्य करते हैं। मनुष्य के जीवन में प्रत्येक अंग का होना बहुत आवश्यक है। सभी अंगो से ही मानव के शरीर की उत्पत्ति हुई है।